जिउतिया मिथिलांचल का एक महान पर्व है यह व्रत महिलाएं अपने बच्चों के लम्बी आयु के लिए रखती है
इस पर्व में बहुत ही नियम और निष्ठां होता है
इस पर्व में मैथिलि पंचांग के अनुसार व्रती अपना व्रत करती है
ये पर्व नहाई -खाई से लेकर पारण तक तीन दिवसीय होता है
नहाई-खाई में व्रती नोनी साग , ओल , मछली , मरुआ के रोटी को खा कर शुरू करती है
इस पर्व में बहुत ही नियम और निष्ठां होता है
इस पर्व में मैथिलि पंचांग के अनुसार व्रती अपना व्रत करती है
ये पर्व नहाई -खाई से लेकर पारण तक तीन दिवसीय होता है
नहाई-खाई में व्रती नोनी साग , ओल , मछली , मरुआ के रोटी को खा कर शुरू करती है
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