नेपाल के जलग्रहण क्षेत्र में हुई बारिश के चलते भुतही व कोसी नदी के जलस्तर में वृद्धि हो गई है। इसके चलते कई घाटों पर नाव चलना शुरू हो गया है। जबकि, प्रखंड मुख्यालय को दर्जनों गांव से जोड़ने वाले द्वालख पंचायत के जानकीनगर टोला स्थित चचरी पुल नदी के तेज बहाव मे कट गया। चचरी पुल को नदी ने अपने आगोश में समा लिया। यह चचरी पुल ग्रामीणों ने निजी स्तर पर चंदा इकट्ठा कर पिछले साल ही बनाया था। अब इस पुल के बह जाने से यहां भी नावों का चलना शुरू हो गया है। बाढ़ के शुरुआती समय में ही चचरी पुल बहने से ग्रामीण काफी हतोत्साहित हैं। द्वालख पंचायत के पूर्व मुखिया दुर्गानन्द झा के अलावा ग्रामीण विनीत कुमार झा, सरोज कुमार, वैद्यनाथ झा, देवानंद झा, महारुद्र झा, वीरेंद्र झा, लालमोहन झा, संतोष यादव, राजकुमार झा, जीवकांत झा, वाल्मीकि सदाय, देबू झा, बलराम झा, चंद्रकांत झा आदि ने कहा कि अब नाव के इंतजार में यहां घंटों बैठना पड़ेगा। इससे खासकर बच्चों, बूढ़ों व महिलाओं को काफी परेशानी होगी। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस पुल से होकर रोजाना इलाके के दर्जनों गांवों के लोग आवागमन करते हैं। मगर अब भारी परेशानी झेलनी होगी। इसके बावजूद किसी नेता या अफसर की नजर नहीं है। सरकार व प्रशासन इस इलाके को भूल ही गया है। चुनाव के दौरान वोट मांगने के लिए यहां नेता आते हैं। पर किसी ने आजतक यहां के विकास के बारे में गंभीरता नहीं दिखाई है। लोगों ने यहां स्थायी पुल निर्माण की मांग की है।
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