Tuesday, July 9, 2013

बदल गयी देवघर में दर्शन एवं पूजन की व्यवस्था




देशभर के मोबाइल धारकों के लिए अच्छी खबर है। श्रावणी मेला 2013 की बदली हुई व्यवस्था की जानकारी उनको घर बैठे मिल जाएगी। उनको बाबा मंदिर से जुड़े एसएमएस को गौर से पढ़ने की जरूरत है। उसके बाद उस सिस्टम के अनुरूप अपनी यात्रा की योजना तैयार कर सकते हैं।

गुरुवार को बीएसएनएल, एयरटेल, वोडाफोन समेत अन्य टेलीकॉम ऑपरेटरों के साथ उपायुक्त सह सचिव मंदिर प्रबंधन बोर्ड राहुल कुमार पुरवार ने बैठक की। उपायुक्त ने कहा कि बाबा की पूजा अर्चना करने देवघर आनेवाले यात्रियों के सुगम दर्शन की जो व्यवस्था की गयी है वह एसएमएस द्वारा मोबाइल पर उपलब्ध हो जाएगी। बता दें कि बदली हुई व्यवस्था में अब आप घर से चलने से पूर्व अपनी पूरी योजना का खाका तैयार कर सकते हैं। हवाई सेवा, ट्रेन, बस या निजी वाहनों से देवघर आनेवाले यात्री टाइम स्लाट के जरिये एक समय सीमा के भीतर अघ्र्या सिस्टम से पूजा करने के बाद निर्धारित समय में घर भी लौट सकते हैं।

कांवर यात्रा कर 12 घंटे या कभी कभी 24 घंटे लाइन में खड़ा रहकर भी निराश होकर लौटनेवाले के लिए तो यह सिस्टम वरदान साबित हो सकता है। क्योंकि एक समय सीमा के भीतर उनका दर्शन सुनिश्चित है। काठगेट वाली स्थिति भी नहीं होगी। लेकिन धैर्य सबसे बड़ी बात होगी।

एनजीओ के साथ भी हुई बैठक

जिला परिषद, नगर निगम के सदस्य, राजनीतिक दल के प्रतिनिधियों के अलावा स्वयंसेवी संगठनों के संग भी उपायुक्त ने बैठक की। नये सिस्टम से उनको अवगत कराया गया व सहयोग की अपील की गयी। कहा गया कि उनके माध्यम से भी इस नई व्यवस्था की जानकारी दी जाय, लोगों को इससे अवगत कराया जाय। चूंकि देवघर के लिए एक नया प्रयोग है और इसमें सबकी सहभागिता आवश्यक है। स्वयंसेवी संगठनों से कहा गया कि वह प्रशासन की ओर से लगाए जा रहे कॉरिडोर में अपनी सेवा से कांवरियों को लाभान्वित करें। बैठक में विधायक सारठ शशांक शेखर भोक्ता, एसडीओ जय ज्योति सामंता, जिप उपाध्यक्ष परिमल सिंह आदि उपस्थित थे।




मेले के दौरान शीघ्र दर्शनम की सुविधा पानेवाले यात्रियों को इंतजार नहीं करना होगा। नेहरू पार्क से सटे संस्कृत पाठशाला में इनके लिए 10 काउंटर तैयार रहेंगे। काउंटर से फार्म प्राप्त करने के बाद यात्री उसे भरेंगे, इसके बाद उसकी प्रक्रिया शुरू होगी। एक हजार रुपये शुल्क जमा करने के बाद बैज मिलेगा। बैज एक्टिवेट कराने के लिए यात्री को खुद कतार में खड़ा होना होगा। शीघ्र दर्शनम की सुविधा पास में समय नहीं होगा। उन्हें तत्काल दर्शन के लिए भेज दिया जाएगा। नेहरू पार्क से ही उन्हें भी कतार में लगना होगा।

न्यू देवघर स्टेशन के निकट बनेगा कॉरिडोर

नेहरू पार्क में यात्रियों का दबाव नहीं बढ़े इसके लिए प्रशासन ने नई व्यवस्था की है। न्यू रेलवे स्टेशन के रास्ते 40 फीट चौड़ी सड़क जिस पर ट्रैफिक का कोई दबाव नहीं होता है वहां 15 हजार लोगों के ठहरने को कॉरिडोर बनाया जाएगा। यहां पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे।

एक्टिवेशन सेंटर की संख्या 155

सुगम दर्शन में कोई अड़चन न आए इसके लिए एक्टिवेशन सेंटर की संख्या बढ़ाकर 155 कर दी गयी है। उपायुक्त ने बताया कि इसके अलावा 15 सेंटर आपात स्थिति के लिए तैयार रहेंगे।

बता दें कि सरासनी में 90 सेंटर होंगे जबकि संस्कृत पाठशाला, बाघमारा, आरमित्रा में 20-20 एवं जसीडीह बालक मध्य वि. में केंद्र की संख्या पांच होगी। सूचना भवन में उपकरण की आपूर्ति होनी शुरू हो गयी है। 10 जुलाई से न सिर्फ सिस्टम बल्कि ट्रैफिक की नई व्यवस्था भी शुरू कर दी जाएगी।

3 comments:

  1. mukesh ji e-websit dekh k bad prasan bhelau ,lakin
    ya t hindi likhu / ya t maithili ,muda hinda nay likhu madhubani k nam naiy kharab kar yo

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    1. chuki blog ek ta patrika ke saman hoyat achhi evam ashuddhi ke kono jagah nai hayat achhi patrika me sange hamar maithili par pakar kamjor achhi tahi lel .
      moda sadikhan koshish rahait achhi je ham maithili me post kari

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  2. BHAI JI APNEK E SAMACHAE AGAR MITHALI ME KAHITUO T MAN BHAUT PRASSNA HOYTHA

    PRARNATU THIK CHI

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